जात्यादि तेल के फायदे

kanchan kumar
जात्यादि तेल के फायदे
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जात्यादि तेल के फायदे-आज हमें कैसे आयुर्वेदिक तेल के बारे में जानेंगे । जिसे मल्टीपरपज यूज़ के लिए उपयोग किया जाता है । इस तेल में कई ऐसी औषधियों का प्रयोग किया जाता है । जो किसी भी प्रकार की चोट, शरीर पर हो रही खुजली, ना सूखने वाले घाव , पाइल्स फिस्टुला सभी के लिए प्रयोग किया जाता है । और इसके लाभ बहुत सारे हैं जो हम आगे पड़ेंगे ।

स्रोत- शारंगधर संहिता

जात्यादि तेल के घटक द्रव्य-

  1. जाति पत्र
  2. करंज के पत्ते
  3. हल्दी
  4. मंजिष्ठा
  5. हरड़
  6. सारिवा
  7. नीम के पत्ते
  8. मुलेठी
  9. दारूहल्दी
  10. पद्मक
  11. कुटका
  12. निलोत्पल
  13. करंज के बीज
  14. लौध्र
  15. तुत्थ
  16. पटोल के पत्ते
  17. मधुच्छिष्ट
  18. कुष्ठ
  19. तेल

जात्यादि तेल के फायदे

  • यह तेल एंटीबैक्टीरियल, खुजली को दूर करने वाला, घाव को सुखाने वाला, बार-बार पर्स बनने की समस्या को दूर करने वाला होता है ।
  • इसे लगाने पर घाव जल्दी सूखता है ।
  • यह जलन को कम करने वाला होता है ।
  • सूजन तथा दर्द को भी कम करता है ।
  • पाइल्स और फिशर रोग के अंदर आयुर्वेद चिकित्सकों द्वारा इस तेल को लगाने की सलाह दी जाती है ।
  • किसी भी प्रकार के दग्ध( अर्थात किसी भी प्रकार का जलने पर) इस तेल को लगाने से बहुत जल्दी आराम मिलता है ।
  • तुरंत की लगी हुई चोट तथा पुराने घाव पर लगाने से मरहम पट्टी करने से जल्द ही ठीक हो जाता है ।

प्रयोग-

केवल की चमड़ी पर वाक्य प्रयोग किया जाता है । भगंदर और पाइल्स के रोगी स्थानिक प्रयोग करते हैं । पुराने घाव , चोट के घाव , पुराना नासूर, सभी के लिए अत्यंत उपयोगी ।

विशिष्ट तथ्य-

हल्दीऔर दारूहल्दी कई प्रकार के जीवाणु और विषाणु और फंगस को मारने की प्रॉपर्टीज पाई जाती है ।

मंजिष्ठा सूजन को दूर करता है ।

हरीतकी में बैक्टीरिया फंगस को दूर करने, घाव को सुखाने की क्षमता होती है ।

यष्टिमधु- वायरस रोधी है ।

तिल का तेल वसा को घटाता है ।

नीम के पत्ते व करंज के पत्ते कवक और जीवाणु नाशक होते हैं । त्वचा के रोगों के लिए अत्यंत फायदेमंद है ।

सावधानी-

अभ्यांतर प्रयोग के लिए नहीं है ।

बच्चों की पहुंच से दूर रखें ।

चिकित्सक की सलाह से उपयोग करें ।

कहां से खरीदें?

हर मेडिकल स्टोर पर आसानी से उपलब्ध । ऑनलाइन खरीदने के लिए नीचे दिए गए चित्रों पर क्लिक करें ।

चेतावनी- इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक प्रयोजन से लिखी गई है । यहां पर दी गई समस्त जानकारी चिकित्सा परामर्श नहीं है । किसी की आयुर्वेदिक औषधि की प्रयोग या सेवन से पूर्व आयुर्वेद विशेषज्ञ की सलाह अवश्य ले ।

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