लाक्षादि गुग्गुल

kanchan kumar
लाक्षादि गुग्गुल
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लाक्षादि गुग्गुल सामान्य भाषा में लाख का गोंद कहते हैं । लेकिन इसे आयुर्वेदिक शास्त्रों के अनुसार करने के पश्चात औषधि के रूप में प्रयोग में लाया जाता है । भाव प्रकाश के वर्णन के अनुसार लाक्षा तथा आदि अन्य औषधियों के साथ संयोग करने के बाद लाक्षादि गुग्गुल का निर्माण किया जाता है । औषधि का उपयोग मुख्य रूप से हड्डियों की रोगो, शरीर की हड्डियां जोड़ने का काम, टूटी हुई हड्डियों को जल्दी से जोड़ने का कार्य, इसके साथ ही हड्डियों की कमजोरी को दूर करके हड्डियों को मजबूत करना मुख्य कार्य है ।

लक्षादि गुग्गुल के घटक द्रव्य-

  1. शुद्ध लाक्षा एक भाग
  2. हड़जोड़ एक भाग
  3. अश्वगंधा एक भाग
  4. नागबला एक भाग
  5. अर्जुन छाल एक भाग
  6. शुद्ध गूगल { दशमूल शोधित} 5 भाग

लक्षादि गुग्गुल के उपयोग-

  • हड्डी टूटने के बाद होने वाले दर्द में तथा सूजन में उपयोग किया जाता है ।
  • हड्डियों की सुषिरता अर्थात हड्डियों का कमजोर होना जिस में भी हड्डियों को मजबूत करने के लिए इस औषधि का प्रयोग किया जाता है ।
  • हड्डियों की कमजोरी के कारण होने वाले दर्द में भी इस औषधि का उपयोग किया जाता है ।
  • अस्थि भग्न अर्थात हड्डी की फैक्चर होने पर भी इस औषधि का उपयोग किया जाता है ।
  • औषधि का घटक द्रव्य हड़जोड़ जो भी केल्शियम और मिनरल्स से भरपूर होता है । अस्थि संधान का कार्य करता है ।
  • अश्वगंधा इस औषधि का घटक द्रव्य है । वातशामक है जो दर्द को कम करने के साथ सातों धातु {रस ,रक्त, मांस ,मेद अस्थि , मज्जा, शुक्र } को पुष्ट करने वाला यह वाजीकर रसायन औषध है ।
  • नागबला भी इसका घटक द्रव्य है । जो मांसपेशियों को मजबूती देता है ।
  • अर्जुन छाल भी इसका घटक द्रव्य है । जो हृदय की मजबूती को बनाए रखता है और रक्त परिसंचरण तंत्र को मजबूती देता है ।

लाक्षादि गुग्गुल की सेवन मात्रा-

दो से चार टेबलेट दिन में दो से तीन बार चिकित्सक के निर्देशानुसार सेवन करें ।

लाक्षादि गुग्गुल के अनुपान –

रोगे के अनुसार अथवा दशमूलारिष्ट, दूध, गुनगुने पानी, मांस रस के साथ चिकित्सक के निर्देशानुसार उपयोग करें ।

कहां से खरीदें?

हर आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर पर टेबलेट के रूप में अलग-अलग कंपनियों की लक्षादि गुग्गुल नाम से औषध उपलब्ध हो जाती है ।

सावधानी-

  • औषधि को सुखी एवं स्वच्छ स्थान पर रखें ।
  • औषधि बच्चों की पहुंच से दूर रखें ।
  • बिना चिकित्सक की सलाह से औषधि का सेवन ना करें ।

चेतावनी- यहां पर दी गई समस्त जानकारी चिकित्सा परामर्श नहीं है । किसी भी औषधि के सेवन से पूर्व आयुर्वेद चिकित्सक की सलाह आवश्यक है ।

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